मनुस्मृति नहीं.....संविधान चाहिए।
धर्म नहीं.....अधिकार चाहिए।
मन्दिर नहीं..... स्कूल चाहिए।
भगवान नहीं.....विज्ञान चाहिए।
भाषण नहीं.....रोजगार चाहिए।
पूंजीवाद नहीं.....समाजवाद चाहिए।
धर्मतन्त्र नहीं.....लोकतंत्र चाहिए।
असमानता नहीं.....समानता चाहिए।
अनेकता नहीं......एकता चाहिए।
अन्याय नहीं.....न्याय चाहिए।
भीख नहीं.....हक चाहिए।
गुलामी नहीं.....आज़ादी चाहिए।
जय संविधान जय मूलनिवासी।