*"ब्राह्मण अगर कोई भी रंग धारण करता है, या फिर कोई भी संघटन, Movement या पार्टी मे शामिल होता है, तो भी ब्राह्मणो के मूल स्वभाव में बदलाव होने वाला नहीं है। इसलिये भारत के Movement को 'Lead' करने के लिए अगर हम ब्राह्मण को 'Allowed' करते हैं, तो ब्राह्मण उसके 'Position' का उपयोग करके Movement को "Mis-lead" और "Mis-Guide" करेगा; ताकि क्रमिक 'असमानता'(ऊँचा-नीच ,जातिवाद,भेदभाव) की 'व्यवस्था' को बरकरार रख सके। इन बातों को ध्यान में रखते हुए चाहिए कि "ब्राह्मणो को गलती से भी किसी भी संगठन में प्रवेश नहीं देना चाहिए."*
*-Dr. बाबा साहेब आंबेडकर.*
*(Date-4 Dec,1954)*
*(तृतीय बौध्द धम्म संम्मेलन)*
*Ref. - Writing & Speeches*
*Volume-17 Part no.-3.*